BILASPUR. जिले में तखतपुर ब्लॉक के सागर गांव में गायों को रखने के लिए गौठान बनाया गया है। लेकिन, चारा और पानी तक की व्यवस्था नहीं है, जिससे अब तक आधा दर्जन गौवंश की भूख-प्यास से मौत हो चुकी है। इसकी शिकायत करने पहुंचे गांववालों ने कलेक्टर को बकायदा फोटो और वीडियो भी दिखाया। ग्रामीणों ने बताया कि समिति की ओर से मृत गौवंश को बाहर फेंका भी नहीं जाता, जिससे संक्रमण का खतरा भी बना रहता है।
ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत
18 अक्टूबर मंगलवार को सागर के ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने कलेक्टर से गौठान में गोवंशों की मौत की शिकायत की। उनका कहना था कि गोठान में गांव के अलावा आसपास के गांवों की गायों और अन्य मवेशियों को रखा गया है। यहां चारा और पानी की व्यवस्था भी नहीं है। चारा की व्यवस्था के बिना गोवंश को अंदर छोड़ दिया गया है। वहीं उनकी देखरेख करने वाले भी कोई नहीं हैं। बड़ी गायों और बैलों के अलावा यहां छोटे-छोटे बछड़े भी हैं। इसके बाद भी उनके लिए चारे की व्यवस्था नहीं की गई है।
भूख के कारण मवेशियों की हालत खराबॉ
गौठान में चारा नहीं मिलने के चलते गोवंशों की तबीयत तेजी के साथ बिगड़ने लगी है। मवेशी जिस जगह पर बैठे हैं वहां से हिल भी नहीं पा रहे हैं। जालीदार तार के घेरे के भीतर गोवंश कैद होकर रह गए हैं। भूख के कारण अब तक आधा दर्जन मवेशियों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि गोठान में जल्द चारे की व्यवस्था नहीं कि तो और मवेशियों की मौत हो सकती है। इसे लेकर ग्रामीणों ने रोष भी जताया।
कलेक्टर ने दिया कार्रवाई का भरोसा
कलेक्टर ने ग्रामीणों को भरोसा दिया है कि जल्द ही इस मामले को जांच में लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही और मौत न हो इसके लिए भी व्यवस्था बनाई जाएगी। मालूम हो कि जिले में इससे पहले भी तखतपुर समेत मस्तूरी और बिल्हा क्षेत्र के गौठानों में भी गौवंश की मौत की खबर आ चुकी है। इसके बाद भी व्यवस्था दुरुस्त करने की पहल नहीं की जा रही है।